वैश्विक आपदा - नोवल कोरोना वायरस ; कोविड-19 में सराहनीय सेवा
आम जन मानस ने यह बात मानी,
सेवाभाव में नहीं कोई श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी का सानी
श्री मंशा देवी मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज द्वारा लाॅकडाउन के दौरान की गयी मानवता की सच्ची सेवा, प्रदेश के मुख्यमंत्री, नगर विकास मंत्री, अनेकों सामाजिक संगठनों, यहाँ तक की आम जन-मानस ने की भूरि-भूरि सराहना।
कोविड-19 में हुए सम्पूर्ण लाॅकडाउन के दौरान श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज द्वारा प्रधानमंत्री कैयर्स फंण्ड, मुख्यमंत्री राहत कोष तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लोगों की आर्थिक मदद प्रदान की गयी।
रोगियों हेतु एक एम्बुलैंस श्री रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम, कनखल, हरिद्वार को दी गयी।
श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज द्वारा लगभग रुपये तीन करोड़ से अधिक की आर्थिक मदद की जा चुकी है। साथ ही 24 मार्च, 2020 से अद्यतन प्रतिदिन लगभग रुपये पचास हजार का भोजन श्री महन्त जी की ओर से निराश्रितों, प्रशासन के कर्मचारी, पुलिस, चिकित्सक, सफाई कर्मचारी जो सेवा में रत हैं, लगातार उनके भोजन की व्यवस्था अविरल चलायी गयी। कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए ऐसे विचारों को श्री महन्त जी द्वारा सत्य किया गया, जो निःसन्देह एक सराहनीय कार्य है, इस सामाजिक सेवा हेतु श्री महन्त जी का कोई सानी नहीं है, जिसके लिए श्री महन्त जी को सादर वंदन एवं अभिनन्दन। प्रदेश सरकार ने कोरोना संकट से व्यवस्थित रुप से निपटने के लिए अपर कुम्भ मेला अधिकारी को नोडल अधिकारी व काॅलेज प्रबन्ध् समिति के सचिव व श्री मंशा देवी मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष पूज्य श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज को मदर सी.एस.ओ. नामित किया गया।
परम पूजनीय श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज के विचार एवं पावन सोच ‘‘नर सेवा ही नारायण सेवा है, ऐसी सेवा, जिसमें ना कोई अपेक्षा हो और न ही कोई स्वार्थ, जिसको करने से आत्मा को सन्तुष्टि मिले। समस्त देशवासियों को निर्धन, पीड़ित और दीन-दुखियों की सेवा के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए क्योंकि सेवा और परोपकार ही मानव का वास्तविक रूप है। आइये! हम सब संकल्प लें कि मानव मात्र की रक्षा के लिए कोरोना जैसी महामारी से संयम, समर्पण, सेवा, शांति, संवेदनशीलता के गुणों के साथ लड़कर निजात मिल सके। हम यह भी शपथ लें कि अपने आस-पास किसी भी मानव को भूखा न सोने दें। देशहित में यह संकल्प प्रत्येक व्यक्ति के लिए आवश्यक है। ताकि आने वाली पीढ़ी इस सेवाभाव पर गर्व कर सके और परोपकार की इस पवित्र परम्परा को निर्बाध्, अनवरत जारी रखे।’’ यह शपथ श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज द्वारा प्रत्येक व्यक्ति, समाजसेवी, कोरोना योद्धाओं को अनवरत् दिलायी गयी। वास्तव में पालन हार श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज के श्री चरणों में शत-शत नमन एवं वंदन।